मेड़ता के बीके व्यास ‘सागर‘ डाकू बन गए हैं। वह भी एकदम उज्जड़। नाम भी उन्होंने अपने काम के अनुरूप ही चुना है-डाकू उज्जड़ सिंह। यह कदम उन्होंने रियल लाइफ में नहीं रील लाइफ में उठाया है। वे मराठी फिल्म पारतू में यह किरदार निभाएंगे।
राजस्थानी फिल्मों में अपना एक मुकाम बना चुके ‘सागर‘ मायड़ भाषा से खासा लगाव रखते हैं। वे जीण माता, राजू बणग्यो एमएलए, अर्जुन आॅटो वाळो, एजुकेटेड बीनणी और तांडव जैसी राजस्थानी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। जल्द ही रिलीज होने वाली हिंदी फिल्म डर्टी पोलिटिक्स में भी वे नजर आएंगे। बड़े परदे के साथ ही सागर ने छोटे परदे पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। वे डीडी राजस्थान पर प्रसारित धारावाहिक लाटसाब में अपने अभिनय से दर्शकों का ध्यान खींच चुके हैं। सागर अभिनय के साथ-साथ लेखने में भी दखल रखते हैं। उनकी राजस्थानी भाषा में एक पुस्तक -दो फाड़ प्रकाशित भी हो चुकी है। उन्होंने लॉ कास्ट मेडिसिन और मीरा बाई नामक डाक्यूमेंट्री में लेखन भी किया है।