जयपुर। महावीर विकालांग समिति की ओर से मंगलवार को बाल शिक्षा आश्रम की ऊषा और संगीता जैसी कई विकलांग और गरीब बालिकाओं को न्यू आतिश मार्केट स्थित आइनॉक्स सिनेमा हॉल में बेटियों के हौसलों पर आधारित राजस्थानी फिल्म लाडली दिखाई गई। फिल्म देखकर बालिकाएं काफी खुश हुई।
महावीर विकालांग समिति के पदम भूषण डीआर मेहता ने बताया कि बाल शिक्षा आश्रम में पढ़ने वाले बालक, बालिकाएं काफी गरीब घरों से हैं। कई तो यहां आने से पहले कचरा बीनते थे। मुझे जब बेटियों के हौसलों पर आधारित राजस्थानी फिल्म लाडली के बारे में पता चला तो लगा कि आश्रम की बच्चियों को यह फिल्म दिखानी चाहिए, ताकि उनमें जीवन में कुछ कर गुजरने की प्रेरणा मिले। उन्होंने फिल्म के निर्माता—निर्देशक विपिन तिवारी से मिलकर बच्चों को फिल्म दिखवाई। मेहता ने बताया कि बच्चों को फिल्म बहुत अच्छी लगी। बालिकाओं ने लाडली की नायिका की तरह कुछ बनने की इच्छा जताई। फिल्म देखने आए रविन्द्र बाल भारती पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भी बाल शिक्षा आश्रम के बच्चों का हौसला बढ़ाया।
इस मौके पर मेहता ने महावीर विकालांग समिति की ओर से आश्रम की विकलांग बालिकाओं को ट्राई साइकिल देने की घोषणा की। उन्होंने बच्चों को पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की कहानी सुनाई और बालिकाओं से लाडली की नायिका का अनुसरण करते हुए शिक्षा से अपनी पहचान बनाने की प्रेरणा लेने का आह्वान किया। शो में फिल्म के निदेषक विपिन तिवारी, निर्माता अजय कुमार तिवारी भी उपस्थित थे।