मोहन सिंह राठौड़ को भीष्म पितामह, श्रवण सागर को बेस्ट हीरो व प्रेरणा शर्मा को बेस्ट हीरोइन आवार्ड
जयपुर . राजस्थानी सिनेमा महोत्सव के अंतिम दिन राजस्थानी सिनेमा विकास संघ के सरंक्षण में नमस्कार क्रिएशन की ओर से रवींद्र मंच पर राजस्थान सिने अवार्ड (आरसीए) का आयोजन किया गया। समारोह में राजस्थानी सिनेमा के लीजेंड मोहनसिंह राठौड़ को भीष्म पितामह अवार्ड से नवाजा गया। श्रवण सागर को बेस्ट हीरो व प्रेरणा शर्मा को बेस्ट हीरोइन तथा मायड़ थारी चिड़कली राधा को बेस्ट फिल्म का सम्मान दिया गया। समारोह में राजस्थानी व हिंदी फिल्मों को करीब 25 कैटेगिरीज में अवार्ड प्रदान किए गए।
राज्य महिला आयोग की अघ्यक्ष सुमन शर्मा ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। नामचीन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग प्रस्तति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पर्यटन कला एवं संस्कृति के प्रमुख शासन सचिव कुलदीप रांका ने मायड़ भाषा में अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने राजस्थानी सिनेमा की प्रगति की कामना करते हुए अच्छी फिल्म निर्माण पर जोर दिया। संघ के संरक्षक विपिन तिवाड़ी ने बताया कि 1942 में मारवाड़ी सेंसर के साथ रिलीज पहली राजस्थानी फिल्म निजराणों की नींव 29 सितंबर को ही रखी गई थी। इस दिन को राजस्थानी सिनेमा दिवस के रूप में पर्यटन कलेंडर में स्थान देने की सरकार से मांग की जायेगी।
आरसीए के फाउंडर और प्रोग्रामिंग हेड नीरज खंडेलवाल ने बताया कि समारोह में सिनेमा के साथ कला, संस्कृति के क्षेत्र में योगदान देने वाले पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। अभिनेता अमिताभ तिवारी, श्रवण सागर, पन्या सैपट, सचिन चौबे एवं गौरी बानखेडेÞ सहित सिनेमा से जुड़े कलाकारों ने रंगारंग परफॉर्मेंस से समां बांध दिया। अंत में आयोजक पीएम डूडी ने सबका आभार व्यक्त किया।
गोविंदा की एंट्री पर बजी सीटियां
आरसीए के स्टार गेस्ट गोविंदा और बांड एंबेसेडर प्रिया राजपूत जैसे ही सेट पर पहुंचे रवींद्र मंच सभागार तालियों से गूंज उठा। लोग सीटियां बजाने लगे और लव यू गोविंदा जैसे कमेंट्स के साथ अपने स्टार पर प्यार बरसाने लगे। इस दौरान कई प्रशंसक तो स्टेज पर भी चढ़ गए। गोविंदा ने राजस्थानी सिनेमा के प्रति अपना प्यार व्यक्त करते हुए कहा कि आज आरसीए में इतने लोगों की उपस्थिति देखकर लग रहा है कि राजस्थानी सिनेमा फिर से अपने पुराने वैभव की ओर लौट रहा है।