FIRST FILM IN THE WORLD जिसके निर्माता ने दी थी पसंद न आने पर टिकट के पैसे लौटाने की गारंटी
FIRST FILM IN THE WORLD, जिसके निर्माता ने दर्शकों को पसंद न आने पर टिकट के पैसे लौटा देने की गारंटी दी वह थी देव आनंद की फिल्म ‘निराला’ । यह अविश्वसनीय मगर सत्य है। यह फ़िल्म निर्माता का अपने उत्पाद और दर्शकों पर भरोसा दर्शाता है।
By Rajendra Bora
FIRST FILM IN THE WORLD जिसके निर्माता ने दर्शकों को पसंद न आने पर टिकट के पैसे लौटा देने की गारंटी दी वह देव आनंद अभिनीत फिल्म थी।
यह अविश्वसनीय मगर सत्य है। देव आनंद की शुरुआती फिल्मों में से एक ‘निराला’ पर यह गारंटी दी गई। टाइम्स ऑफ इंडिया के 10 फरवरी, 1951 के अंक में छपे विज्ञापन से हमें यह जानकारी मिलती है।
दर्शकों को एडवांस बुक किये टिकट का पैसा वापस करने की गारंटी बम्बई के मशहूर नॉवेल्टी सिनेमा हॉल में दो हफ्ते के लिए “प्रयोग के तौर पर” दी गई।यह फ़िल्म निर्माता का अपने उत्पाद और दर्शकों पर भरोसा दर्शाता है।
फ़िल्म | निराला |
निर्देशक | देवेंद्र मुखर्जी |
कथा और संवाद लेखक तथा गीतकार | पी एल संतोषी |
कलाकार | देव आनंद, मधुबाला, मज़हर खान मुमताज अली |
देव आनंद- मधुबाला अभिनीत और सी रामचंद्र के संगीत से सजी इस फ़िल्म के निर्देशक थे देवेंद्र मुखर्जी। फ़िल्म के कथा और संवाद लेखक तथा गीतकार थे पी एल संतोषी।
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फ़िल्म की कहानी लीक से हट कर थी। एक डॉक्टर है जो अनजाने में किसी को ठुकरा देता है जो उससे प्रेम करती है। वह स्त्री एक अमीर राजा से विवाह कर लेती है जिसकी पहली तीन पत्नियां आत्म हत्या कर चुकी होती हैं।
फ़िल्म का संगीत खूब चला था। लता मंगेशकर का गाया एक गाना “महफ़िल में जल उठी शमा परवाने के लिए/प्रीत बनी है दुनिया में जल जाने के लिए” 70 साल बाद आज भी रसिकों की ज़ुबान पर है।