अपने बारे में…
मैं पारुल शर्मा। यह मेरा घर का नाम है। स्क्रीन पर सब मुझे परी के नाम से जानते हैं। मैं झोटवाड़ा के प्रतापनगर में रहती हूं। मेरे पिताजी कांटेक्टर हैं। एसी और वाटर कूलर के ठेके लेते हैं। मेरी मॉम हाउसवाइफ हैं। मेरी एक बड़ी दीदी हैं। उनकी शादी हो गई। एक भाई है जो मुझसे छोटा है। यह तो हुई मेरी रियल लाइफ। अब रील लाइफ के बारे में बात करते हैं।
अभिनय से जुड़ाव कब से हुआ?
स्कूल के वक्त से ही मुझे एक्टिंग से लगाव हो गया था। गर्मियों की छुटिटयों में एक्टिंग की वर्कशॉप जाइन की। वर्कशॉप के अंत में प्ले भी किया गया। प्ले था- विश्वास। इस दौरान मिली सराहना ने मेरा भी खुद पर विश्वास और गाढ़ा कर दिया। यह शुरुआत थी। इसके बाद तो थिएटर जैसे मेरा घर हो गया।
टीवी पर कोई धारावाहिक या टेली फिल्म?
दूरदर्शन के एक कार्यक्रम डेजर्ट कालिंग में अभिनय किया। इसके अलावा ई टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम लाइफ स्टाइल की एंकरिंग कर रही हूं। एक टेली फिल्म की मुनियां। निर्देश लारेंस के निर्देशन में किशन-कन्हैया की, लकिन यह अभी रिलीज नहीं हुई।
पटेलण कैसे मिली?
रवींद्र रंगमंच पर मेरा एक प्ले था। निर्देशक विपिन तिवाड़ी भी शो देखने आए थे। उन्हें मेरा काम बहुत पसंद आया। उन्होंने मेरे काम की तारीफ भी की। खैर बात आई गई हो गई। कुछ दिन बाद विपिनजी का मेरे पास कॉल आया। उन्होंने मुझे अपनी राजस्थानी फिल्म पटेलन में मुख्य भूमिका ऑफर की। रोल था ही इतना बढिया कि मैंने झट से हां कह दी। इस तरह मैं पटेलन बन गई और वह भी बिना ऑडिशन दिए।
शूटिंग के दौरान खास अनुभव?
शूटिंग के दौरान हमने खूब एंजॉए किया। एक तरह से पूरा राजस्थान घूम लिया। झीलों की नगरी उदयपुर में शूट के दौरान जो मजा आया वो तो जिंदगी भर याद रहेगा। आदिवासियों के बीच शूटिंग भी रोमांचक अनुभव रही। बिल्कुल जंगल के बीच। जहां पहले कभी शूटिंग ही नहीं हुई। सब बड़े आश्चर्य से देख रहे थे।
कोई ड्रीम रोल?
मुझे रोमांटिक भूमिकाएं बहुत पसंद हैं। कभी मौका मिला तो मैं दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे की सिमरन जैसा रोल करना चाहूंगी।
पसंदीदा हीरो-हीरोइन?
मेरा पसंदीदा हीरो शाहरूख खान है। उनकी प्रेजेंस ही स्क्रीन को रोमांटिक बना देती है। हीरोइनों में मुझे एश्वर्या राय ने बहुत प्रभावित किया है।
पसंदीदा निर्देशक?
हां हैं ना। अनुराग कश्यप। वो मुझे कह दें तो मैं बिना स्क्रिप्ट और रोल सुने उनकी फिल्म में काम करने के लिए हां कह दूंगी। उनकी फिल्मों की मैं बहुत बड़ी फैन हूं। शैतान देखने के बाद तो मैं उनकी प्रतिभा की और भी कायल हो गई।