पांच राजस्थानी फिल्मों में अभिनय कर चुका है केरल का यह एक्टर
पांच राजस्थानी फिल्मों में अभिनय कर चुका है केरल का यह एक्टर
राजस्थानी फिल्मों में बॉलीवुड के कई कलाकारों नेे काम किया है। राजस्थान के नहीं होने और यहां की भाषा नहीं बोलना जानने के बावजूद उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीता। ऐसे ही एक अभिनेता हैं जीत उपेंद्र। फिल्म क्रिटिक एमडी सोनी के अनुसार इन्होंने पांच राजस्थानी फिल्मों में काम किया है ।
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जीत उपेंद्र के जन्मदिन पर अपनी फेसबुक पोस्ट में एमडी सोनी ने बताया कि मूलत: केरल के रहने वाले और मुंबई में जन्मे अभिनेता ने 1992 में रमेश मोदी निर्देशित चुनड़ी से राजस्थानी सिनेमा में डेब्यू किया। इस फिल्म में इनके अपोजिट रेशमा सिंह थीं। इसके बाद इन्होंने खून रो टीको, दूध रो करज, थानै नैणां में बसा लूं और मायड़ थारी चिड़कली राधा में नायक/सहनायक के किरदार पूरी लगन, मेहनत तथा समर्पण के साथ निभाए।
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कुलभूषण खरबंदा और रीता भादुड़ी की केंद्रीय भूमिकाओं वाली दूध रो करज में जीत और प्रीति खरे रोमांटिक लीड में थे। इसका डुएट सांग सतरंगी चूड़ौ पैर लियो रे… मेलोडियस बन पड़ा था, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इन फिल्मों को अपेक्षित सफलता न मिलने से उनका करियर मेलोडियस नहीं बन पाया।
सात भाषाओं की फिल्मों में कर चुके काम
बता दें कि मुंबई में 13 मार्च 1964 को जन्मे जीत उपेंद्र ने हिबा फिल्म्स की वीडियो फिल्म शहादत (1986) से अपना सिनेमाई करियर किया था। जीत उपेंद्र सात भाषाओं की फिल्मों में काम कर चुके हैं। हिंदी में दंगा फसाद(1990), अफसाना प्यार का, पनाह, बहारों की मंजिल, इंतकाम और राजश्री की मोहनसिंहजी राठौड़ निर्देशित हम प्यार तुम्हीं से कर बैठे उनकी प्रमुख फिल्मों में शामिल हैं।
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80 गुजराती फिल्मों में किया लीड रोल
गुजराती की लगभग 80 फिल्मों में जीत लीड रोल करके पॉपुलर रहे हैं। मलयालम, तमिल, बंगाली और भोजपुरी भाषा की फिल्मों तथा अजनबी सहित कुछ टीवी धारावाहिकों में भी वे अपनी अदाकारी के जलवे दिखा चुके हैं।