युवा पीढ़ी को राजस्थानी सिनेमा से जोडऩे पर रहेगा जोर
युवा पीढ़ी को राजस्थानी सिनेमा से जोडऩे पर रहेगा जोर, राजस्थानी सिनेमा महोत्सव में तीन दिन में करीब एक से डेढ़ लाख लोग करेंगे विजिट
जयपुर। राज्य के कला, संस्कृति, पर्यटन विभाग एवं राजस्थानी सिनेमा विकास संघ की ओर से जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में आयोजित होने वाले राजस्थानी सिनेमा महोत्सव में आज की युवा पीढ़ी को राजस्थानी सिनेमा से जोडऩे पर फोकस रहेगा। 25 से 27 मार्च तक तीन दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में करीब एक से डेढ़ लाख लोगों के विजिट करने की संभावना है।
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राजस्थानी सिनेमा विकास संघ के संरक्षक विपिन तिवारी, अध्यक्ष शिवराज गुर्जर एवं आयोजन समिति के संयोजक जयसिंह भगासरा ने बताया कि यह महोत्सव राजस्थानी फिल्म इंडस्ट्री को फिर से खड़ा करने की कोशिश है। इस दौरान पूरे शिल्पग्राम को मिनी राजस्थान का रूप दिया जाएगा, जिसमें राजस्थान के हर संभाग की झलक मिलेगी। उस संभाग से आए कलाकार अपने क्षेत्र की बोली, पहनावा और संस्कृति को प्रस्तुत करेंगे।
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मूविंग थियेटर रहेगा आकर्षण
महोत्सव में कुछ सलेक्टिव राजस्थानी फिल्मों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। इसके लिए बनाया जाने वाला मूविंग थिएटर दर्शकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहेगा। इस थिएटर को प्रदर्शित करने के पीछे मकसद राजस्थानी सिनेमा को गांवों तक पहुंचाना है। यह एक एक ऐसा प्रयोग है जो उन गांवों तक हमारी फिल्मों को पहुंचा सकता है, जहां हमारे सिनेमा के दर्शक तो हैं लेकिन वहां सिनेमा घर या तो बंद हो गए, या हैं ही नहीं। यह राजस्थानी फिल्म मेकर्स के लिए क्रांतिकारी प्रयोग हो सकता है।
वरिष्ठ फिल्म मेकर्स की स्मृति में दिया जाएगा सम्मान
महोत्सव में राजस्थानी सिनेमा के लीजेंड, उन वरिष्ठ फिल्मेकर्स के नाम पर सम्मान दिया जाएगा, जिन्होंने हमारे सिनेमा को सींचा। अपने काम से सिनेमा को नये आयाम दिए। इसके लिए एक ज्यूरी का गठन किया गया है जो वर्तमान में राजस्थानी सिनेमा में काम कर रहे लोगों में से सम्मान दिए जाने वाले लोगों का चयन करेगी।
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शाम को लुभाएंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
महोत्सव में शाम को राजस्थानी सिनेमा के रंगों के साथ ही लोकरंग की झलक भी देखने को मिलेगी। राजस्थान के विभिन्न संभागों से आए कलाकार अपने यहां के गीत और संगीत की प्रस्तुतियां देंगे। बीच-बीच में राजस्थानी सिनेमा के कलाकार भी फिल्मी प्रस्तुतियों से रंग जमाएंगे। फिल्मों के हास्य कलाकार कॉमेडी का रंग भरेंगे तो बहुरूपिए और जादूगर भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
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झूले-चकरी और दाल-बाटी, चूरमा
महोत्सव में आने वाले बच्चों के लिए एक अलग जोन बनाया जाएगा, जिसमें उनके मनोरंजन के डोलर, चकरी और झूले लगाए जाएंगे। साथ ही महोत्सव में आने वाले विजिटर राजस्थानी खाने को भी एंजॉय कर पाएंगे। फूड कोर्ट में दाल-बाटी जैसे ठेठ राजस्थानी व्यंजन तो मिलेंगे ही पतासी और चाट, पपड़ी जैसी चटपटी चीजें भी उपलब्ध रहेंगी।