छोरी नंबर वन से राजस्थानी सिनेमा में डेब्यू करेंगे लोकेश बोरोलिया
www.rajasthanicinema.com से विशेष बातचीत
कहते हैं कि किस्मत अगर अच्छी हो तो पल में आदमी फर्श से बुलंदियों पर पहुंच जाता है। भीड़ में से निकलकर अपनी एक पहचान बना लेता है। ऐसा ही कुछ हुआ हिंडौन के छोटे से गांव इरानिया के लोकेश बोरोलिया के साथ। किस्मत ने साथ दिया और कॉलेज के स्टेज से पुहंच गये फिल्मी दुनिया में। लोकश की जल्द ही एक राजस्थानी फिल्म आने वाली है छोरी नंबर वन। जयपुर कॉलेज अटैंड करने आए तो लोकेश ने राजस्थानी सिनेमा डॉट कॉम से शेयर की अपनी फर्श से अर्श तक की जर्नी।
छोरी नंबर फिल्म कैसे मिली
हमारे कॉलेज में राजस्थान फेस्टिवल का कार्यक्रम हुआ था। उसमें राजस्थानी और भोजपुरी फिल्मों की निर्मात्री और अभिनेत्री नेहा श्री सिंह जज बनकर आई थीं। जब मैंने उस प्रोग्राम में परफोर्मेंश दी तो उन्हें काफी पसंद आई और उन्होंने मुझे अपनी फिल्म के लिए सलेक्ट कर लिया, वो भी हीरो के रोल के लिए। मैं बता नहीं सकता कि उस वक्त मैं कितना खुश हुआ था। जिन नेहाश्री को मैंने पर्दे पर देखा था उनके साथ फिल्म करने का मौका मेरे लिए किसी गिफ्ट से कम नहीं था।
पहले दिन शूटिंग का कैसा अनुभव रहा?
एक दम हटकर। मैं पहली बार इस तरह से कैमरे के सामने था। बहुत डरा हुआ सा भी था कि मैं कर भी पाऊंगा कि नहीं, लेकिन भगवान की दया रही कि मैंने पहला सीन अच्छा दिया। इसके लिए मेरे निर्देशक और नेहाश्रीजी का अच्छे से गाइड करना रहा।
क्या कोई ऐसा वाकया हुआ जब आप नर्वस हो गए?
बिल्कुल। एक बार नहीं कई बार। लव सीन्स में तो अक्सर ऐसा हुआ। एक सीन था जिसमें मुझे नेहाश्रीजी के गले लगना था। मैं पहली बार किसी हीरोइन के गले लग रहा था। बता नहीं सकता कितना नर्वस था। जैसे ही एक्शन की आवाज आई और मैं उनके गले लगा। पूरा शरीर कांपने लग गया। हाथ उठ ही नहीं रहे थे। मेरी हालत को समझकर मेरे निर्देशक और नेहाजी ने मुझे बड़े अच्छे से समझाया और अपनी बातों से मुझे एकदम कम्फर्ट कर दिया तब जाकर मैं वह सीन दे पाया।
क्या रोल है इस फिल्म में आपका
मैं इस फिल्म में इंस्पेक्टर का रोल कर रहा हूं। यह इंस्प्ेक्टर कैसा है। अच्छा है या बुरा यह तो मैं अभी नहीं बता सकता, लेकिन इतना जरूर कह सकता हूं कि यह कैरेक्टर बहुत पावरफुल है। मैं खुशकिस्मत हूं कि शुरुआत में ही मुझे ऐसा रोल मिला।
फिल्म की शूटिंग पूरी हो गई?
नहीं अभी बाकी है। गानों की शूटिंग भी करनी है। जल्द ही इसका एक और शैड्यूल लगेगा। जयपुर एवं आसपास के क्षेत्र में शुटिंग की जाएगी। अभी मेरे एग्जाम हैं, इनके खत्म होने के बाद शूटिंग करेंगे।
अब आगे क्या इरादा है। इंजीनियरिंग या हीरोगिरी?
पहली फिल्म रिलीज होने दीजिए। किस और जाऊंगा पब्लिक ही तय कर देगी। फिलहाल इतना कह सकता हूं कि किस्मत ने जो मुझे मौका दिया उससे मैं बहुत खुश हूं। अच्छी टीम से जुड़कर। अच्छे लोगों के साथ काम करके।